Saturday, January 7, 2012


Don't hurts anyone in the life

becoz when u hurts someone,u only need to bear that pain



Sunday, January 1, 2012

Rahi ki dasta



Jindegi ki rah me hazaro log milte hai,par sath koi nahi chalta
jab bhi jindegi ki kisi mod pe samjha jise apna agale hi pal usne satha chod diya
Gila kare bhi to kisi se kya gila kare jab hame ab jindegi ka aitbar hi nahi raha

Kabhi kisi ka aitbar na karna,is dunia me sabhi kafir hai
kis waqt aapko daga dede kuch pata nahi,gar gujarish ki madat ki
to koi sath nahi dekga bas aap is dunia me ek mazak ban kar rah jaoge

Na karna guzarish kabhi apno ya begano se sivay dard ke kuch hasil bhi na hoga
hai himmat to khud kosish kar use pane ki warna bhul ja use ek sapna samjh kar









Saturday, December 10, 2011

Kushi Intzar hai us lamhe ka

हम भी जिन्दगी का हर पल खुश होकर जीना चाहते थे,पर जिन्दगी ने कभी मौका ही नहीं दिया खुश होकर जीने का ,अब तो बस गम में ही खुशिया धुन्दते  रहते है ,एक वक़्त था जब हमारे चहरे पे स्रिफ मुस्कान होती थी,और आज वो वक़्त है जहा मुस्कान की एक शिकन भी नहीं आती कभी चहरे पर.

फिर भी इंतजार रहेगा उस वक़्त का हमें जब हम अपनी उस पुरानी दुनिया को फिर से  जी पाएंगे और तब हमारे होटो पर स्रिफ मुस्कान ही होगी

जिन्दगी इतनी भी कफा  नहीं हो सकती हमसे की हम हसना ही भूल जाये और इस दुनिया से ऐसे ही चले जाये
 

Saturday, November 19, 2011

Jindegi ek paheli

काश कोई होता जो हमको हमेशे भी जयादा  समझ पाता
दिल का हर अरमान बिन कहे समझ पाता,तो जिन्दगी यू बेजान ना होती
क्यों दुनिया के इस भीड़ में भी लोग अनजान रह जाते है
और कुछ चाहकर भी कुछ नहीं कह पाते है
कितनी  अजीब है ये दुनिया कहने को तो सब है
पर जब नजदीक जा कर देखा तो सब कुछ होकर भी कुछ नहीं लोगो के पास
शिवाय दर्द और आशु के
जिन्दगी एक पहेली है ,आज तक कोई नहीं समझ पाया है इसे
बस इतना ही पता है जीना है इसे,छे गम हो या ख़ुशी !!!!!!!!!






Saturday, August 13, 2011

Happy Independance day

भारत हमको जन से पयार है,सबसे न्यारा गुलिस्ता हमारा है
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है


Friday, April 29, 2011

Some lines which is really heart touchings...!!!!!!

खुशिया और गम सहती है ,फिर भी ये चुप रहती है अब तक किसी न जाना जिन्दगी कया कहती है

जाते जाते तुमने एक आह तो भरी होगी,हर वक़्त यही रहेगा गम उस वक़्त कहा थे हम कहा तुम चले गए
 
किसी की मुस्कुराहतो पे हो सके तो हो निसार ,किसी का गम ले सके तो ले उधर जीना इसीका नाम है 

जीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहा,जी चाहे जब आवाज दो हमको हम है यही हम ते जहा
कल खेल में हम हो न हो,गर्दिश में तारे रहेंगे सदा ,अपने यही दोन जहा इसके सिवा जाना कहा 
तुझसे नाराज नहीं जिन्दगी हैरान हूँ ,तेरे मासूम सवालों से परेसान हूँ मई, जिनगी तेरे गम ने हमें रिश्ते नए समझाए ,मुस्कराय ओ मुस्कुराने  के कर्ज उतरने होंगे 


Sunday, April 3, 2011

उत्तराखंड विचार



 
उत्तराखंड विचार 
एक संघठन है जहा हर उत्तराखंडी अपने विचार और उत्तराखंड से सम्भ्न्धित जानकारी वयकत कर सकते है ,हमारा मुख्य उद्देश है की हमें सभी उत्त्त्रखान्दियो को एक जुट हो कर उत्तराखंड के विकास के बारे में सोचना है और हमारे उत्तराखंडी संस्कृति को पुरे देश में सुप्रशिध करना है और उत्तराखंड विचार द्वारा हम ये कर सकते है, हमें देश विदेश में रह रहे उत्त्रखान्दियो से अपने इस उत्तराखंड राज्य की पहचान करानी है, हमारी इस संस्था से हम सभी उत्त्रखानियो को एक साथ जोड़कर  रखना चाहते है ,हम चाहते है की सभी इस संस्था से जुड़े और यहाँ उत्तराखंड से सम्भ्दित सारी जानकारी अपने प्रस्ताव के साथ यहाँ पर प्रकट कर सकते है